अवस्था समीकरण अन्य अवस्था समीकरण दिक्चालन सूची

उष्मागतिकीरासायनिक प्रौद्योगिकी


बायलचार्ल्सआदर्श गैसवास्तविक गैसवानडरवाल्सक्रान्तिक गुणधर्मोंक्रान्तिक बिन्दुआदर्श गैस समीकरण






अवस्था समीकरण हमें कई शेत्रो में सहायक है।


अवस्था समीकरण (Equation of state) का तात्पर्य उस गणितीय सूत्र से है जिसके द्वारा किसी समष्टि की अवस्था (स्टेट ऑव ऐग्रिगेशन) में किसी वस्तु के आयतन, दाब और ताप के संबंध का बोध हो। यदि इनमें से दो राशियाँ ज्ञात हों तो तीसरी उन दोनों पर निश्चित प्रकार से निर्भर होगी और उसका मान अवस्था समीकरण से मालूम किया जा सकता है। बायल और चार्ल्स के नियमों सेPV=RT
संबंध प्राप्त होता है, जो आदर्श गैस के लिए अवस्था समीकरण है। गैसें उच्च ताप और दाब की परिस्थतियों में इसका निकटता से पालन करती हैं किंतु सामान्य परिस्थितियों में यह समीकरण किसी भी वास्तविक गैस (Real gas) का व्यवहार यथार्थता से व्यक्त नहीं करता।


वास्तविक गैसें आदर्श गैस समीकरण से बहुत विचलित होती हैं, इसकी पुष्टि बाद में और अधिक दाब पर प्रयोग करके नाटेरर, सेंड्र्यूज़ और केइने ने की। ऐंड्र्यूज़ के प्रयोग मौलिक महत्व के हैं क्योंकि वे गैसों के वास्तविक व्यवहार पर बहुत प्रकाश डालते हैं और उस महत्वपूर्ण अवस्था समीकरण के आधार हैं जिसका प्रतिपादन वानडरवाल्स ने किया है।



वानडरवाल्स का अवस्था समीकरण


वानडरवाल्स का अवस्था समीकरण निम्न है-



(p+aVm2)(Vm−b)=RTdisplaystyle left(p+frac aV_m^2right)left(V_m-bright)=RT, note that Vmdisplaystyle V_m is molar volume.

जहाँ adisplaystyle a एवं bdisplaystyle b नियतांक हैं जो गैस विशेष पर निर्भर करते हैं। इनका मान क्रान्तिक गुणधर्मों से निकाला जा सकता है। pc,Tcdisplaystyle p_c,T_c एवं Vcdisplaystyle V_c (Vcdisplaystyle V_c क्रान्तिक बिन्दु पर मोलर आयतन है।)


a=3pcVc2displaystyle a=3p_c,V_c^2

b=Vc3displaystyle b=frac V_c3

इसे इस प्रकार भी लिख सकते हैं-


a=27(RTc)264pcdisplaystyle a=frac 27(R,T_c)^264p_c

b=RTc8pcdisplaystyle b=frac R,T_c8p_c

सन 1873 में प्रस्तावित इस समीकरण से आदर्श गैस समीकरण की अपेक्षा काफी बेहतर परिणाम मिले। इस समीकरण में adisplaystyle a आकर्षण पैरामीटर (attraction parameter) और bdisplaystyle b प्रतिकर्षण पैरामीटर (repulsion parameter) अथवा प्रभावी आणविक आयतन (effective molecular volume) कहलाता है। यह समीकरण आदर्श गैस अवस्था से होनेवाले अधिकांश विचलनों का समाधान कर देता है।



अन्य अवस्था समीकरण


अनेक अन्य अवस्था समीरण प्रतिपादित किए गए हैं। उनमें से कुछ विशिष्ट सीमाओं के बीच वानडरवाल्स समीकरण से अधिक सत्य हैं। फिर भी इस समीकरण की सरलता को देखते हुए, यह सामान्यत: वास्तविक गैसों के व्यवहार से पर्याप्त सन्निकट है।







Popular posts from this blog

कुँवर स्रोत दिक्चालन सूची"कुँवर""राणा कुँवरके वंशावली"

शेव्रोले वोल्ट अनुक्रम इतिहास इन्हे भी देखें चित्र दीर्घा संदर्भ दिक्चालन सूची

चैत्य भूमि चित्र दीर्घा सन्दर्भ बाहरी कडियाँ दिक्चालन सूची"Chaitya Bhoomi""Chaitya Bhoomi: Statue of Equality in India""Dadar Chaitya Bhoomi: Statue of Equality in India""Ambedkar memorial: Centre okays transfer of Indu Mill land"चैत्यभमि