दाग (1973 फ़िल्म) अनुक्रम संक्षेप मुख्य कलाकार दल संगीत नामांकन और पुरस्कार सन्दर्भ बाहरी कड़ियाँ दिक्चालन सूचीबिनाका गीत माला की 1973 वार्षिक सूचीदाग सं

दाग़: ए पॉइम ऑफ लवकभी कभीकाला पत्थरसिलसिलामशालफासलेविजयचाँदनीलम्हेडरदिल तो पागल हैवीर-ज़ाराजब तक है जानमुझसे दोस्ती करोगेहम तुमफनाथोड़ा प्यार थोड़ा मैजिकसलाम नमस्तेता रा रम पमबचना ऐ हसीनोचक दे! इंडियारॉकेट सिंहकाबुल एक्सप्रेसन्यू यॉर्कएक था टाइगरबैंड बाजा बारातशुद्ध देसी रोमांसफ़ैनदूसरा आदमीसवालइशकज़ादेदावत-ए-इश्कदम लगा के हईशासुई धागा: मेड इन इंडिया


1973 में बनी हिन्दी फ़िल्मलक्ष्मीकांत–प्यारेलाल द्वारा संगीतबद्ध फिल्में


प्रेमकहानी फ़िल्मयश चोपड़ायश राज फिल्म्सराजेश खन्नाशर्मिला टैगोरराखीमदन पुरीकादर ख़ानप्रेम चोपड़ाए के हंगलराजेश खन्नाशर्मिला टैगोरप्रेम चोपड़ाराखीद्विविवाहसाहिर लुधियानवीलक्ष्मीकांत-प्यारेलाल






























दाग

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दाग का पोस्टर
निर्देशक
यश चोपड़ा
निर्माता
यश चोपड़ा
लेखक
अख़्तर-उल-ईमान (संवाद)
कहानी
गुलशन नन्दा
अभिनेता
राजेश खन्ना,
शर्मिला टैगोर,
राखी
संगीतकार
लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
छायाकार
के जी
संपादक
प्राण मेहरा
प्रदर्शन तिथि(याँ)

27 अप्रैल, 1973
समय सीमा
146 मिनट
देश
भारत
भाषा
हिन्दी
कुल कारोबार
6.5 करोड़

दाग 1973 में बनी हिन्दी भाषा की नाट्य प्रेमकहानी फ़िल्म है। इसका निर्देशन यश चोपड़ा ने किया और ये उनकी निर्माता के रूप में पहली फ़िल्म रही। इस प्रकार यश राज फिल्म्स की नींव रखी गई। इसमें राजेश खन्ना, शर्मिला टैगोर, राखी, मदन पुरी, कादर ख़ान, प्रेम चोपड़ा और ए के हंगल मुख्य कलाकारों में शामिल हैं। जारी होने पर फ़िल्म सुपर हिट रही थी और इसके गीत भी मशहूर रहे।




अनुक्रम





  • 1 संक्षेप


  • 2 मुख्य कलाकार


  • 3 दल


  • 4 संगीत


  • 5 नामांकन और पुरस्कार


  • 6 सन्दर्भ


  • 7 बाहरी कड़ियाँ




संक्षेप


युवा सुनील कोहली (राजेश खन्ना), सुंदर सोनिया (शर्मिला टैगोर) को पसंद करने लगता है। जल्द ही, वे शादी कर लेते हैं और अपने हनीमून के लिए निकल जाते हैं। रास्ते में, खराब मौसम के कारण, वे सुनील के मालिक के बंगले में एक रात बिताने का फैसला करते हैं। जब सोनिया अकेली होती है, बॉस का बेटा धीरज कपूर (प्रेम चोपड़ा) उसके साथ बलात्कार करने की कोशिश करता है। लेकिन सुनील समय पर पहुँच जाता है, और एक लड़ाई शुरू हो जाती है, जिसके परिणामस्वरूप धीरज की मृत्यु हो जाती है। सुनील को गिरफ्तार किया जाता है और बाद में अदालत ने उसे मौत की सजा सुनाई है।


लेकिन, जेल जाते समय, उसे ले जाने वाली पुलिस वैन दुर्घटनाग्रस्त हो जाती है। सभी मारे जाते हैं। वर्षों बाद, सोनिया, एक स्कूल शिक्षक के रूप में काम कर रही होती है और सुनील और अपने बेटे को पाल रही होती है। उसे पता चलता है कि उसका पति अभी भी जीवित है। वह सुधीर के रूप में एक नई पहचान के साथ जी रहा होता है, और उसकी शादी चाँदनी (राखी) नामक एक अमीर महिला से हो रखी है। पुलिस वैन से भागने के बाद, सुनील ने चाँदनी से मुलाकात की थी। उसके प्रेमी ने उसकी गर्भावस्था के बारे में जानने के बाद छोड़ दिया था। सुनील ने अपनी नई पहचान स्थापित करने में मदद के बदले उसके बच्चे को वैधता प्रदान करने के लिए उससे शादी की। अब, इतने सालों के बाद, कानून एक बार फिर से उसके दरवाजे पर है। इस बार, हालाँकि, उसके नाम एक और अपराध है: द्विविवाह।



मुख्य कलाकार



  • राजेश खन्ना — सुनील कोहली


  • शर्मिला टैगोर — सोनिया कोहली


  • राखी — चाँदनी


  • बेबी पिंकी — पिंकी


  • प्रेम चोपड़ा — धीरज कपूर


  • मदन पुरी — के सी खन्ना


  • इफ़्तेख़ार — इंस्पेक्टर सिंह


  • मास्टर राजू — रिंकू


  • मनमोहन कृष्णा — दीवान


  • अचला सचदेव — श्रीमती मालती खन्ना


  • करण दीवान — डॉक्टर कपूर


  • हरी शिवदासानी — जगदीश कपूर


  • कादर ख़ान — वकील


  • ए के हंगल — वकील/जज


  • एस एन बेनर्जी — जज


  • यशोधरा काटजू — स्कूल की प्रिंसिपल


  • सुरेंद्र नाथ — सुनील का चाचा


  • जगदीश राज — राम सिंह (वैन चालाक)


  • मनमोहन — वैन में क़ैदी


  • अरुणा — नर्तकी


  • पद्मा खन्ना — नर्तकी


  • हबीब — लुहार, सुनील की हथकड़ी निकालनेवाला


दल



  • निर्देशक - यश चोपड़ा


  • कथा - गुलशन नन्दा


  • संवाद - अख़्तर-उल-ईमान


  • निर्माता - यश चोपड़ा


  • सम्पादक - प्राण मेहरा


  • कला निर्देशक - आर जी गायकवाड


  • छायांकन - के जी


  • स्टंट - रवि खन्ना, एम् बी शेट्टी


  • नृत्य निर्देशक - सुरेश भट्ट


  • गीतकार - साहिर लुधियानवी


  • संगीतकार - लक्ष्मीकांत प्यारेलाल


  • पार्श्वगायन - किशोर कुमार, लता मंगेशकर, राजेश खन्ना


संगीत


  • गीत "अब चाहे माँ रूठे या बाबा" बिनाका गीत माला की 1973 वार्षिक सूची पर ७वे पायदान पर रही|

  • गीत "मेरे दिल में आज क्या है" बिनाका गीत माला की 1973 वार्षिक सूची पर 20वे पायदान पर रही|[1]


सभी गीत साहिर लुधियानवी द्वारा लिखित; सारा संगीत लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल द्वारा रचित।


































क्र॰शीर्षकगायकअवधि
1."हवा चले कैसे"लता मंगेशकर5:43
2."नी मैं यार मनाना नी"लता मंगेशकर, मीनू पुरुषोत्तम5:47
3."हम और तुम तुम और हम"किशोर कुमार, लता मंगेशकर4:06
4."अब चाहे माँ रूठे या बाबा"लता मंगेशकर, किशोर कुमार5:30
5."मेरे दिल में आज क्या है"किशोर कुमार4:11
6."जब भी जी चाहे"लता मंगेशकर4:21
7."मैं तो कुछ भी नहीं" (संवाद)
राजेश खन्ना2:24


नामांकन और पुरस्कार






















वर्ष
नामित कार्य
पुरस्कार
परिणाम
1974
यश चोपड़ा

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ निर्देशक पुरस्कार
जीत
राजेश खन्ना

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार
नामित
राखी

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री पुरस्कार
जीत
लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार
नामित
किशोर कुमार ("मेरे दिल में आज क्या है")

फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक पुरस्कार
नामित


सन्दर्भ




  1. बिनाका गीत माला की 1973 वार्षिक सूची



बाहरी कड़ियाँ



  • दाग इंटरनेट मूवी डेटाबेस पर






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