महुआ की शराब दिक्चालन सूची
मद्य
शराबझाबुआमहुआ
आज के समय मैं अनेक प्रकार की शराब पायी जाती हैं लेकिन झाबुआ में महुआ की शराब सबसे ज्यादा पाइ जाती है। यह शराब पूरी तरह से रसायन (केमिकल) से मुक्त होती है।
यह शराब एक फूल से बनती है जिसे महुआ कहा जाता है। यह फूल जब पेड़ से पूरी तरह से पक कर गिरता है उसके बाद इस फूल को पूरी तरह से सुखाया जाता है। इसके बाद सभी फूलों को बर्तन में पानी में मिलाकर तथा इसमें अवष्यकतनुसार विभिन्न प्रकार के पेड़ों के खाल,फूल,पत्ते आदि मिलाकर ५-६ रोज तक रखा जाता है। उसके बाद उस बर्तन को आग पर गरम किया जाता है और गरम होने पर जो भाप निकलती है उसको पाइप के द्वारा दूसरे बर्तन मैं एकत्रित किया जाता है। भाप ठंडी होने पर महुआ की शराब होती है।
अभी तक इस शराब को सरकार की ओर से कोइ मान्यता प्रदान नहीं की गइ है अगर सरकार की ओर से इस हेतु कोइ सहायता की जाती है तो शायद झाबुआ जिले के आदिवासियों का स्तर सुधर सकता हे। आज सरकार द्वारा आजीविका के अनेक प्रोजेक्ट चलाए जा रहे हैं लेकिन अगर इस प्रोजेक्ट को अगर सरकार प्रारम्भ करती हे तो सरकार को भी फायदा होगा और लोगों को भी रोजगार मिलेगा।
छत्तीसगढ़ के बहूत से भागों में भी महुआ शराब बनाया जाता हैं। जिनमे बिरेझर(राजनांदगांव) और टेमरी(दुर्ग) में प्रमुखता से बनाया जाता हैं।
महुआ का शराब आदिवाशियों का प्रिय पेय है।